मध्य प्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना में जिन महिलाओं के नाम अब तक नहीं जुड़ पाए हैं, उनके लिए बड़ी राहत की खबर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि दिसंबर 2024 से इस योजना में नए पात्र महिलाओं के नाम जोड़ने का काम शुरू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य उन महिलाओं को भी योजना का लाभ दिलाना है, जिनका नाम अब तक इस योजना में शामिल नहीं हो पाया है।
सीएम मोहन यादव ने यह ऐलान सीहोर जिले के बुदनी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के परिणाम के बाद, विशेष अभियान के तहत उन सभी महिलाओं के नाम योजना में जोड़े जाएंगे, जो अब तक इसमें शामिल नहीं हो पाईं।
1 करोड़ महिलाओं को मिल रहा लाभ
अब तक लाड़ली बहना योजना के तहत 1 करोड़ 29 लाख से ज्यादा महिलाएं लाभ उठा रही हैं। इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग का बजट बढ़ाकर 26,560 करोड़ रुपये कर दिया है, जिसमें से 18,984 करोड़ रुपये लाड़ली बहना योजना के लिए निर्धारित किए गए हैं।
लाड़ली बहना योजना क्या है?
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक अहम योजना है, जिसका उद्देश्य प्रदेश की गरीब महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना का लाभ उन विवाहित महिलाओं को मिलेगा, जिनकी उम्र 60 वर्ष से कम है और जो मध्य प्रदेश की निवासी हैं। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता दी जाती है। योजना का शुभारंभ मई 2023 में हुआ था, जबकि इसका औपचारिक उद्घाटन 5 मार्च 2023 को किया गया था।
प्रारंभ में योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये मिल रहे थे, लेकिन रक्षाबंधन 2023 के मौके पर सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 1,250 रुपये कर दिया।